आज क्रिकेट का हर व्यक्ति दीवाना है और आज बच्चे बच्चे को क्रिकेट के बारे में काफी ज्यादा नॉलेज है। क्रिकेट जगत में आपने कई चौंकाने वाली घटनाओं को होते हुए देखा होगा । फिर चाहे वह किसी खिलाड़ी द्वारा एक ओवर में छह छक्के लगाने वाला हो या फिर किसी हारती हुई टीम को खुद ब खुद जीत के अवसर प्राप्त होने जैसा हो। लेकिन क्या आप जानते हैं की क्रिकेट जगत में एक ऐसा अंक है जिसे देख हर खिलाड़ी डर जाता है। माना जाता है की वह एक ऐसा अंधविश्वास है जिस पर क्रिकेट दुनिया का हर खिलाड़ी विश्वास करता है। जी हां हम बात कर रहे हैं संख्या 111 की जिसे आज तक के इतिहास में खिलाड़ियों के लिए पनौती नंबर माना गया है। आइए हम आपको इस संख्या के पीछे का रहस्य बताएं।
स्कोर 111 जिसे बहुत से खिलाड़ी और अंपायर एक अभिशाप नंबर मानते हैं। आपको बता दें की 111 के साथ-साथ 222, 333 जैसी संख्याओं को नेल्सन नंबर, डबल नेल्सन और ट्रिपल नेल्सन के नाम से जाना जाता है। खिलाड़ियों का मानना है कि इस स्कोर पर अक्सर विकेट गिरते हैं और टीम हारने के कगार पर आ जाते हैं अब आपके मन में इस नेल्सन नंबर को लेकर कई सवाल उठ रहे होंगे कि आखिरकार इसका इतिहास क्या है और यह क्या है। आपको बता दें कि नेल्सन को क्रिकेट का अंधविश्वास नमूना है। जिसे पहली बार तब देखा गया जब न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम नेल्सन ने 1874 से 1891 के दौरान प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला था। तब वह अपनी पहली और दूसरी दोनो ही बारी में 111 पर आते-आते रन आउट हो गए थे ।
इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में संख्या 87 को शैतान के रूप में देखा गया है । वहां पर इस नंबर को अशुभ माना गया है । क्यांकि 87 में 100 में से 13 कम है । हालांकि इसे तब शैतान का नंबर कहा गया जब ग्रेड क्रिकेट खेलते वक्त इयान जॉनसन 87 पर रन आउट हो गए थे ।