शादीशुदा जीवन तभी पूरा होता है जब घर में बच्चों की किलकारी सुनाई देती है। बच्चे भगवान का वह आशीर्वाद होते हैं जो आपकी जिंदगी में रंग भर देते हैं। लेकिन कई बार हम बच्चों के भविष्य को लेकर काफी परेशान होते हैं और यह सोचते हैं कि अगर बच्चे हुए तो उनका पालन पोषण कैसे करेंगे? एक बच्चे को पालने में उतनी ही मेहनत लगती है जितनी मेहनत अपने जीवन को संवारने में लगती है। दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो जनसंख्या बढ़ने के कारण काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।तो वहीं कुछ ऐसे भी देश मौजूद है जहां जनसंख्या धीरे-धीरे घटती ही जा रही है। कई देश ऐसे हैं जो जनसंख्या कम करने के लिए कई परियोजनाओं को लागू करती हैं और जिन देशों में जनसंख्या तेजी से घट रहे हैं वे अपने देश के पोपुलेशन को बढ़ाने के लिए अलग-अलग तरकीब अपना रही है। जिन देशों में जनसंख्या तेजी से घट रही है उसमें से एक नाम दक्षिण कोरिया का भी है। और यही कारण है कि यहां की सरकार बच्चे पैदा करने के लिए लोगों को अलग-अलग तरीके से प्रोत्साहित कर रही है। आईए जानते हैं यहां की सरकार अपने देश की जनसंख्या बढ़ाने के लिए किस प्रकार के कामों पर ध्यान दे रही है?
ऐसे बढ़ाया जा रहा है दक्षिण कोरिया में प्रजनन दर
दक्षिण कोरिया में तेजी से घट रहा प्रजनन दर यही एक बड़ा कारण है कि यहां मौजूद कंपनी बूयॉन्ग ग्रुप अपने देश की जनसंख्या बढ़ाने के लिए लोगों को पैसे बांट रही है। यह कंपनी अपने अंदर काम करने वाले कर्मचारियों को बच्चा पैदा करने के लिए करीबन 62 लाख रुपए दे रही है। इस कंपनी ने बच्चा पैदा करने वाले लोगों को कई सुविधा देने का भी प्रण ठाना है। जिसमें सुख सुविधाओं से लेकर छुट्टियां भी मुहैया कराई जाएगी। कंपनी है सुविधा अपने अंदर काम करने वाले सभी पुरुषों और महिलाओं को देगी। कंपनी का मानना है कि आर्थिक गिफ्ट के साथ-साथ जिस व्यक्ति के तीन से अधिक बच्चे होंगे उन्हें एक अनोखा विकल्प भी दिया जाएगा। इन व्यक्तियों को एक करोड़ रुपए या फिर किराए पर घर की सुविधा मिलेगी। किराए के घर का विकल्प सरकार द्वारा दिया जाएगा।
पहले भी कर चुकी है ये काम
दक्षिण कोरिया में मौजूद बूयॉन्ग ग्रुप कंपनी पहले भी ऐसा कर चुकी है। इस कंपनी ने इससे पहले 2,70,000 घरों का निर्माण करवाया था ये कंपनी दक्षिण कोरिया में घट रही जनसंख्या को बढ़ाने में काफी मदद कर रही है। इस वक्त दक्षिण कोरिया में सबसे कम जनसंख्या है और यहां का प्रजनन दर करीबन 0.78 प्रतिशत है।