लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं भाजपा सरकार उसी प्रकार से विपक्षी दलों पर निशाना साध रही। जहां पहले कच्चातिवु द्वीप जो सिर्फ तमिलनाडु तक ही सिमित था पर अब ये मामला राष्ट्रीय का सबसे बड़ा मामला बन चुका है। जिसको लेकर लगातार भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और DMK पर निशाना साध रही है। आपको बता दें कि ये एक ऐसा मुद्दा है जिस पर सालों पहले से कई सवाल किये जा रहे थे लेकिन आज इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ने पूरे देश में एक सवाल खड़ा कर दिया है। जी हां आज 1 अप्रैल 2024 के दिन पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X के ज़रिये DMK और कांग्रेस के नेताओं पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री ने अपने बयान में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK स्टालिन पर तंज कसते हुए रक्षा हितों की बात की है।
पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर एक पोस्ट के ज़रिये कहा है कि “बयानबाजी के अलावा, DMK ने तमिलनाडु के हितों की रक्षा के लिए कुछ नहीं किया है। #Katchatheevu पर सामने आए नए विवरणों ने DMK के दोहरे मानकों को पूरी तरह से उजागर कर दिया है। कांग्रेस और DMK पारिवारिक इकाइयां हैं। उन्हें केवल इस बात की परवाह है कि उनके अपने बेटे-बेटियाँ आगे बढ़ें। कच्चाथीवू पर उनकी संवेदनहीनता ने विशेष रूप से हमारे गरीब मछुआरों और मछुआरा महिलाओं के हितों को नुकसान पहुंचाया है।”
क्या है कच्चातिवु द्वीप मामला ?
दरअसल, हाल ही में तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई कुप्पुसामी एक RTI रिपोर्ट सामने लेकर आये हैं। जिसमें बताया गया है कि किस प्रकार से 1974 में कच्चातिवु द्वीप को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने अपने पड़ोसी देश को सौंप दिया था।
ये द्वीप हिंदमहासागर के दक्षिणी छोर पर बसा है। जहां ये द्वीप रामेश्वरम से लेकर श्रीलंका के बीच मौजूद 285 एकड़ तक फैला हुआ है। इस द्वीप पर आये दिन ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं। लेकिन श्री लंका हमेशा से ही इस द्वीप को लेकर ये दावा करता है की ये उनका है।