कांग्रेस ने झारखंड लोकसभा चुनाव में चलाया अपने हुकुम का इक्का। दरअसल, कांग्रेस ने झारखंड के चतरा लोकसभा क्षेत्र से एक ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारा है जिसकी जीत लगभग सुनिश्चत मानी जा रही है। क्योंकि प्रत्याशी ने बेहतरीन कार्यशैली और प्रभावी नेतृत्व क्षमता के कारण झारखंड के हर वर्ग में पकड़ मज़बूत कर रखी है। झारखंड सरकार में मंत्री रहते हुए इन्होंने जनता के हित में अनेकों फ़ैसले लिए, राष्ट्रीय मज़दूर कांग्रेस के अध्यक्ष रहते हुए मज़दूर कर्मचारी वर्ग की आवाज़ भी बने। आखिर कौन है ये प्रत्याशी ? चलिए आपको बताते हैं।
कृष्णानंद त्रिपाठी ( KN त्रिपाठी )
जी हाँ हम बात कर रहे हैं KN त्रिपाठी की जिनको कांग्रेस ने चतरा लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया है, जो झारखंड की राजनीति में एक बड़ा चेहरा भी हैं और दिलचस्प बात तो ये है कि इन्होंने मल्लीकार्जुन खरगे और शशि थरूर के साथ कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भी किया था लेकिन बाद में इन्होंने मल्लीकार्जुन खरगे को समर्थन दे दिया था।
सियासत में आने से पहले एयरफोर्स में थे KN त्रिपाठी
जी हाँ सही सुना आपने, सियासत में आने से पहले KN त्रिपाठी एयरफोर्स में थे। सेना की नौकरी छोड़ के वह सियासत में आए और साल 2005 में कांग्रेस की टिकट पर पहली बार डालटनगंज सीट पर चुनाव लड़े। लेकिन इन्दर सिंह नामधारी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन 2009 में बाज़ी पलटी और डालटनगंज सीट पर KN त्रिपाठी ने जीत हासिल की। विधयाक बनने के बाद उन्हें राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री बनने का मौका मिला। आपको साथ ही साथ बता दें कि डालटनगंज के रेड़मा कशी नगर मोहल्ले के रहने वाले KN त्रिपाठी किसान परिवार से ताल्लुख रखते हैं।
हुकुम का इक्का है KN त्रिपाठी
आपको बता दें कि कांग्रेस के झारखंड लोकसभा चुनाव के लिए हुकुम का इक्का है KN त्रिपाठी। राज्य में उनके इतने मज़बूत संबंध है कि जिससे वह मतदान के दिन सामने वाली पार्टी को बराबर की टक्कर दे सकते हैं। इसलिए कांग्रेस ने झारखंड से KN त्रिपाठी को टिकट देना का फैसला किया। अब देखना ये है कि मतदान के दिन कौन किसको पटखनी देता हैं।