आगमी लोकसभा चुनावों को लेकर लगभग सभी पार्टियों ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया हैं, और आज ममता बनर्जी की TMC पार्टी ने भी अपने घोषणा पत्र का एलान कर दिया है। TMC ने घोषणा पत्र चुनाव के पहले चरण से 2 दिन पहले जारी किया हैं। जिसमे उन्होंने जनता से 10 वादे किए हैं लेकिन घोषणा पत्र के जारी होते ही सियासत का तापमान भी बढ़ गया हैं। दरअसल, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने जो घोषणा पत्र जारी किया है उसमे कुछ ऐसे वादे है जिसको लेकर भाजपा और टीएमसी के बीच चुनावी जंग शुरू हो सकती हैं और इतना ही नहीं भाजपा की तरफ से बयानबाज़ी शुरू हो भी चुकी हैं।
टीएमसी के घोषणा पत्र में किया गए वादे
- मजदूरों की आय में वृद्धि, जॉब कार्ड धारकों को ₹400 दैनिक वेतन के साथ 100 दिन के काम की गारंटी।
- सभी गरीब परिवारों को निःशुल्क आवास।
- बीपीएल परिवारों को प्रति वर्ष 10 गैस सिलेंडर मुफ्त दिया जाएगा ।
- सभी राशन कार्ड धारकों के डोरस्टेप पर फ्री राशन डिलीवरी होगी ।
- SC/ST की उच्च शिक्षा के लिए भत्ता बढ़ाया जाएगा और वृद्धावस्था लोगों को प्रति माह ₹1,००० भत्ता दिया जाएगा ।
- स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को लागू किया जाएगा ।
- पेट्रो उत्पादों के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष होंगे ।
- 25 वर्ष से कम आयु के स्नातक और डिप्लोमा धारकों के लिए प्रशिक्षुता।
- सीएए रद्द होगा, एनआरसी बंद होगा और देश में समान नागरिक संहिता नहीं लागू की जाएगी।
- देशभर में लड़कियों के लिए कन्याश्री जैसी कल्याणकारी योजनाएं बनाई जाएगी।
सीएए रद्द, एनआरसी व समान नागरिक संहिता को लेकर TMC ने जो वादे किए है उसको लेकर भाजपा पार्टी के सदस्य जरूर भड़क सकते है और जाहिर सी बात है कि ममता बनर्जी के इस फैसले से आने वाले लोकसभा चुनाव में बड़े बदलाव भी देखे जा सकते हैं। इसके अलावा आपको बता दें कि पहले चरण के चुनाव 19 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में होंगे।