कांग्रेस के मेनिफेस्टो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जगह-जगह रैली में गलत प्रचार कर रहे हैं। वहीँ दूसरे चरण के मतदान भी नज़दीक है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से शुरू हुई मंगलसूत्र की बात अब विपक्ष की जुबां पर खूब छाई हुई है। विपक्षी नेता लगातार मंगलसूत्र को लेकर बीजेपी और और इसके नेताओं पर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच सपा पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है।
अखिलेश यादव ने कही ये बात
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और यूपी सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि इनका क्या लेना देना है मंगलसूत्र से, योगी जी और मोदी जी को क्या लेना देना है मंगलसूत्र से ? आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले भी अखिलेश मंगलसूत्र के मुद्दे पर बात करते हुए नज़र आए थे तब उन्होंने कहा था कि जिनकी शादी हो रखी है, वो लोग मंगलसूत्र का महत्व समझते हैं। लेकिन बीजेपी के लोग बस युवाओं को नौकरी दे दें, ताकि उनकी भी शादी हो जाए। जिन लोगो की शादी हो रही है उनके सामने क्या मंगलसूत्र की बात कर रहे है आप ?
यहाँ से शुरू हुआ मंगलसूत्र का किस्सा
मंगलसूत्र का ये किस्सा तब शुरू हुआ जब बांसवाड़ा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ये कह डाला था कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो वो लोगो की संपत्तियां लेकर ज्यादा बच्चों वालो और घुसपैठियों को बाँट देंगी। पीएम ने ये भी कहा था कि पहले जब इनकी सरकार थी तब इन्होने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक़ मुसलमानो का हैं। इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बाटेंगे ? जिनके ज्यादा बच्चे है उनको बाटेंगे, घुसपैठियों को बाटे जाएंगे। क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये? उन्होंने आगे कहा था कि ये कांग्रेस का मेनिफेस्टो कह रहा है कि वो माँ-बहनों के गोल्ड का हिसाब करेंगे। उसकी जानकारी लेंगे फिर उसे बांट देंगे और उनको बाटेंगे जिनको मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानो का हैं। भाइयो–बहनों ये अर्बन नक्सल की सोच, मेरी माँ बहनों, ये आपका मंगलसूत्र भी नहीं बचने देंगे. ये यहां तक जाएंगे।