इस बार का लोकसभा चुनाव वाकई दिसचस्प हैं। सभी पार्टियां इस चुनाव के लिए अपनी पूरी जान जोख रही हैं। बता दें कि अब तीसरे चरण का चुनाव भी नज़दीक हैं, तीसरे चरण में 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 95 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी जिनमे जम्मू और कश्मीर भी शामिल हैं। लेकिन अप्रैल के महीने से ही जम्मू और कश्मीर में बारिश के बाद चुनाव आयोग द्वारा वोटिंग कराई जानी चाहिए या नहीं इसको लेकर सर्वे किए जा रहे हैं। हर किसी से यही सवाल पूछा जा रहा है कि तय समय पर चुनाव होने चाहिए या नहीं ? और अब इसी सवाल का करारा जवाब दिया है पीडीपी प्रमुख मेहबूबा मुफ़्ती ने। मेहबूबा मुफ़्ती इस सवाल का जवाब देते हुए बीजेपी और उसकी नियत पर सवाल उठाए हैं। तो ऐसा क्या कहा है पीडीपी प्रमुख मेहबूबा मुफ़्ती ने चलिए आपको बताते हैं।
पीडीपी प्रमुख ने बीजेपी पर उठाए सवाल
मेहबूबा मुफ़्ती ने तय समय पर जम्मू और कश्मीर में चुनाव होने चाहिए या नहीं इसको लेकर जवाब दिया कि,” अगर बारिश होती रही तो एक महीने तक चुनाव नहीं होंगे क्या ? ये सिर्फ बहाने है, जो वे विपक्षी पार्टियों को लोगों का समर्थन मिलने की वजह से दिए जा रहे हैं, वे चुनाव को स्थगित करना चाहते है ताकि उन्हें मौका मिल सके। ऐसा वो लोगों को धमकाने के लिए कर रहे हैं।”
EC समय पर चुनाव कराए
पीडीपी प्रमुख मेहबूबा मुफ़्ती ने चुनाव आयोग अनरोध करते हुए कहा है कि काफी कठिनाईओं के बाद जम्मू और कश्मीर चुनाव प्रक्रिया में विश्वास हासिल किया हैं, इसे किसी पार्टी या व्यक्ति के लिए खबर ना करे। चुनाव आयोग लोगों के भरोशे को ना तोड़े और समय पर चुनाव कराए।
JK के लोगों से मताधिकार छिनना चाहती है बीजेपी – मेहबूबा
मेहबूबा मुफ़्ती ने आगे ये भी कहा कि 8 अप्रैल 2020 से मुग़ल रोड पूरी तरह से खुल चूका हैं। जब बारिश रुक गई है तो चुनाव कराने में क्या दिक्कत हैं ? मेहबूबा ने बीजेपी पर हमला करते हुए ये भी सवाल उठाया कि क्या आप जम्मू और कश्मीर के लोगों से उनका मताधिकार छिनना चाहते हैं ? आप यह साजिश केवल महबूबा मुफ्ती को संसद से बाहर रखने के लिए कर रहे हैं ?
बता दें कि मेहबूबा मुफ़्ती का ये बयान चुनाव स्थगित की अटकलों के चलते आया है। उन्होंने ने कहा कि चुनाव आयोग का एक पत्र मैंन हैं, जिसमे चुनाव स्थगित कराने को लेकर यहाँ के लोगों से फीडबैक लिया जा रहा है और अगर चुनाव स्थगित हुआ तो अच्छा नहीं होगा।