पीएम मोदी के पहले फैसले पर कांग्रेस के इस नेता ने दिया तीखा बयान कहा- ये करना चाहिए था…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार से पदभार संभाल लिया और सबसे पहला कदम उन्होंने किसानों के हित में लिया हैं। प्रधानमंत्री ने आज पीएम किसान सम्मान निधि के 17वीं क़िस्त के लिए साइन कर दिया हैं। लेकिन विपक्ष पीएम मोदी के इस पहले फैसले पर ही अपनी तीखी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दी हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम के इस फैसले को PR बताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार से पदभार संभाल लिया और सबसे पहला कदम उन्होंने किसानों के हित में लिया हैं। प्रधानमंत्री ने आज पीएम किसान सम्मान निधि के 17वीं क़िस्त के लिए साइन कर दिया हैं। लेकिन विपक्ष पीएम मोदी के इस पहले फैसले पर ही अपनी तीखी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दी हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम के इस फैसले को PR बताया और साथ ही पीएम मोदी को तंज कसते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट भी शेयर किया हैं। जयराम रमेश ने पीएम और उनके इस पहले कदम को लेकर क्या कहा है चलिए आपको बताते हैं।

क्या कहा जयराम रमेश ने ?

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि,” एक तिहाई प्रधानमंत्री का हैडलाइन मैनेजमेंट और PR अभियान तीसरे कार्यकाल के पहले दिन से फिर शुरू हो गया हैं। इस बात को लेकर ढिंढोरा पिता जा रहा है कि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद पहली फाइल पर हस्ताक्षर पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त प्रदान करने के लिए किया हैं। लेकिन आप क्रोनोलॉजी समझिए। पीएम किसान निधि की 16वीं क़िस्त जनवरी 2024 में मिलने वाली थी लेकिन प्रधानमंत्री को चुकी चुनावी लाभ लेना था इसलिए इसमें एक महीने की देरी हुई। उन्होंने लिखा पीएम किसान निधि की 17वीं क़िस्त अप्रैल/मई 2024 में मिलने वाली थी लेकिन आदर्श अचार संहिता लागू होने के कारण इसमें देरी हुई।”

कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि,” ऐसे में एक तिहाई प्रधानमंत्री ने इस फाइल पर हस्ताक्षर करके किसी पर बहुत बड़ा उपकार नहीं किया है। ये उनकी अपनी निति के मुताबिक किसानों के वैध अधिकार हैं। उन्होंने सामान्य और नियमित रूप से होने वाले प्राशसनिक निर्णयों को लोगों को दिए जाने वाले बड़े उपहार के रूप में प्रचारित करने की आदत बना ली हैं। जाहिर है, वह अब भी खुद को जैविक नहीं बल्कि दैवीय शक्ति मानते हैं।”

जयराम रमेश ने आगे यह भी लिखा कि,” यदि वह वास्तव में किसानों के कल्याण के लिए चिंतित होते तो वह यह पांच चीजे करते, 1. सही दाम- एमएसपी की क़ानूनी गारंटी, स्वामीनाथन फॉर्मूले वाली 2. कर्ज मुक्ति – कर्जा माफ़ी प्लान प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए परमानेंट आयोग, 3. बिमा भुगतान का सीधा ट्रांसफर, 4. किसानों की सलाह से इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट पॉलिसी, 5. जीएसटी मुक्त खेती।”

Share the Post:

Related Posts

कांग्रेस और TMC के सुलझे रिश्ते, अब उपचुनाव में ममता बनर्जी करेगी कांग्रेस का समर्थन

कांग्रेस और TMC के बीच खत्म हो चूका है विवाद और अब दोनों पार्टी करेगी एक दूसरे को समर्थन।जी हाँ, आपने सही सुना दरअसल हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि सूत्रों के हवालों से ये खबर सामने आ रही है कि TMC मुखिया ममता बनर्जी अब कांग्रेस के लिए वायनाड में चुनाव प्रचार करेगी।

Read More

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मुख्या भूमिका निभाने वाले पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित का हुआ निधन

राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने वाली पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित का आज निधन हो गया हैं। पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित ने 86 की उम्र में वाराणसी से अपनी अंतिम सांस ली और अब उनकी आखिरी यात्रा उनके निवास स्थान मंगलगौरी से निकलेगी

Read More