राहुल गाँधी दे सकते है वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा और बने रह सकते है रायबरेली के सांसद। जी हाँ सूत्रों के हवाले से यहीं खबर सामने आ रही हैं। सूत्रों ने आगे बताया कि पार्टी की महासचिव प्रियंका गाँधी के वायनाड से चुनाव लड़ने को लेकर फ़िलहाल कोई भी चर्चा नहीं हुई हैं। गौरतलब है कि इस बार कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी दो लोकसभा सीटों से चुनाव पहली वायनाड और दूसरी रायबरेली सीट। इस बार दोनों ही सीटों पर राहुल गाँधी ने यादगार जीत हासिल की हैं लेकिन वह दोनों सीटों के सांसद एक ही समय पर नहीं रह सकते है इसलिए उन्होंने इन दोनों सीटों में से किसी एक सीट को छोड़ना होगा और अब खबरे है कि राहुल गाँधी वायनाड सीट से इस्तीफा दे सकते हैं। हालाँकि, राहुल गाँधी भी इस फैसले को लेकर दुविधा में फसे हुए हैं और उन्होंने इस मामले को लेकर क्या कहा चलिए आपको बताते हैं।
क्या कहा राहुल गाँधी ने ?
राहुल गाँधी हाल ही में अपने निर्वाचन क्षेत्र वायनाड में मतदातओं का आभार जताने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान राहुल ने कहा था कि,” वह दुविधा में है कौन सीट रखें और कौन सी छोड़ दे। मुझे उम्मीद है कि वो जो भी फैसला लेंगे, उससे सभी खुश होंगे।” इस दौरान राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि,” पीएम मोदी की तरह मैं भगवान द्वारा निर्देशित नहीं हूँ। मैं एक साधारण इंसान हूँ। भगवान ही सब निर्णय लेते हैं। मेरे भगवान भारत के गरीब लोग हैं।”
रायबरेली और वायनाड में जीते है राहुल गाँधी
गौरतलब है कि इस बार राहुल गाँधी रायबरेली और वायनाड दोनों ही सीटों से लड़े थे और दोनों ही सीटों पर राहुल गाँधी ने शानदार जीत दर्ज की। वहीँ इससे पहले 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में भी राहुल गाँधी दो सीटों से लड़े थे जिसमे वायनाड और अमेठी सीट शामिल थी लेकिन अमेठी सीट राहुल को बीजेपी की स्मृति ईरानी से करारी हार का सामना करना पड़ा लेकिन इस बार राहुल अमेठी से न लड़ के रायबरेली से लड़े और यादगार जीत भी हासिल की। यही कारण है कि इस बार दोनों सीट पर जीतने के बाद राहुल गाँधी दुविधा में है कि वह कौन सी रखें और कौन सी छोड़े।