कोरोना काल में बाबा राम देव ने अपने प्रोडक्ट पतंजलि का बड़ी मात्रा में प्रचार किया। लेकिन आज बाबा राम देव अपने दवाइयों के प्रचार को लेकर खुद ही शर्मिंदा होते हुए नज़र आए। जी हां आज बाबा राम देव और पतंजलि कंपनी के डायरेक्टर बालकृष्ण सुप्रीम कोर्ट पहुंचे जहां उन्होंने दवाई प्रचार को लेकर अदालत में माफ़ी मांगी। भ्रामक विज्ञापन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की फटकार पर योग गुरु राम देव बाबा और बालकृष्ण ने शीर्ष अदालत के सामने कहा कि वो इस दवाई प्रचार को लेकर माफ़ी मांगते हैं। पतंजलि के पक्ष में वकील ने अदालत में कहा कि बाबा खुद ही कोर्ट आये हैं और वो माफ़ी मांग रहे हैं। उनकी माफ़ी को दर्ज किया जाए।
बाबा रामदेव के वकील ने अदालत में कहा कि हम कोर्ट से भाग नहीं रहे हैं। राम देव खुद अदालत में मौजूद हैं वो माफ़ी मांग रहे हैं। दरअसल, बाबा राम देव को साल 2023 में ये आदेश दिया गया था कि वह भ्रामक दवाइयों के विज्ञापन न चलाएं। अगर ऐसा दोबारा होता है तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। यदि पतंजलि किसी भी प्रकार की भ्रामक प्रचार करती है तो उस पर 1 करोड़ का जुर्माना भी लगाया जाएगा।