Delhi Excise Policy मामलें को लेकर साल भर से जेल में बंद दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री का पहली बार खत आया है। मनीष सिसोदिया ने ये खत 15 मार्च 2024 के दिन लिखा था, जिसमें उन्होंने दिल्ली की जनता को सम्बोधित करने के साथ-साथ शिक्षा क्रान्ति को लेकर भी बढ़ावा देने को कहा है। जेल में बंद होने के बावजूद पूर्व शिक्षा मंत्री ने खत लिखकर अपना प्यार ज़ाहिर किया। मनीष सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र को लेकर कहा है कि “कॉलेज युनिवर्सिरी सिर्फ बच्चों को ‘अच्छी सी नौकरी करने के लिए तैयार नहीं करते। पूरे देश में टेक्नॉलॉजी के विकास, नई-नई कंपनियां बनाने और नए-नए रोजगार पैदा करने की क्षमता, परिवार की समृद्धि के लिए और फलतः पूरे देश की आर्थिक समृद्धि के लिए नौजवान तैयार करके देने का काम कॉलेज-यूनीवर्सिरी का है। मैं मानता हूँ कि ऐसे स्कूल, ऐसे कॉलेज तैयार करने की गारंटी देश की राजनीति को लेनी पड़ेगी।”
CM केजरीवाल को लेकर मनीष सिसोदिया ने कहा है कि “मुझे खुशी है कि अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी का हर कार्यकर्ता अपने आप को इसी शिक्षा क्रांति का सिपाही मानकर चल रहा है। आज सिर्फ दिल्ली ही नहीं, पंजाब में भी शिक्षा क्रांति की खबरें पढ़ने को मुझे मिली हैं। यह एक बड़ा सुखद परिवर्तन देखने को मिल रहा है। आज़ादी के दीवानों के सपनों का भारत यही तो था।
इसके अलावा विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए सिसोदिया ने लिखा है कि “अंग्रेजों को भी बहुत ज़्यादा धमंड था अपनी सत्ता की ताकत का। अपनी सत्ता के दम पर वे जिसे चाहते, तरह-तरह के झूठे मारोप लगाकर जेल में डाल देते थे। उन्हें भी लगता था कि जेल की दीवारें आजादी के लिए लड़ने वालों का मनोबल तोड़ देंगी। उन्होंने सत्ता के अहंकार में दूबकर गांधी जी को भी कई बार कई वर्षों तक जेल में डालकर रखा था। लेकिन इतिहास गवाह है कि महात्मा गांधी जैसे संत पर झूठे आरोप और तानाशाही वाले कानून लगाकर उन्हें जेल में डालने वाले अंग्रेजी राज का सूरज डूब गया लेकिन आज गांधी जी का नाम सारी दुनिया में इतनी इज्जत से लिया जाता है कि गांधी के नाम का सूरज कभी नहीं डूबता ” इसके साथ ही अंत में सिसोदिया ने दिल्ली की जनता से कहा कि आप अपना ख्याल रखिएगा। और मेरी तरफ से अपने परिवार में सभी को प्यार, आशीवीद, सम्मान देना। जल्द ही बाहर मिलेंगे। शिक्षा क्रांति – जिन्दाबाद! Love you All”