आखिर क्यों उम्मीदवार घोषित करने में देरी कर रहे अखिलेश यादव ?

क्या लोकसभा चुनाव 2024 के प्रेशर को संभाल नहीं पा रहे अखिलेश यादव ? क्यों बार-बार बदल रहे उम्मीदवारों के नाम ?

लोकसभा चुनाव 2024 के अब सिर्फ 15 दिन ही बचे हैं। देखा जाए तो सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। लेकिन उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनाव को लेकर काफी उलझे हुए दिख रह हैं। UP में हुए 2022 विधानसभा चुनावों में दोबारा हार का सामना करने के बाद महागठबंधन में शामिल हुए अखिलेश यादव की चुनावी तैयारियों की रफ़्तार काफी धीमी पड़ गयी है। लिहाज़ा अखिलेश यादव भले ही इंडिया गठबंधन में शामिल हो चुके हैं। लेकिन अन्य विपक्षी दलों के मुकाबले सपा के नेता अखिलेश यादव को देखकर लगता है कि वह चुनावी प्रेशर संभालने में असमर्थ हो चुके हैं। चुनावी रणनीति तैयार करने में पूर्व मुख्यमंत्री ने जितनी जल्दबाजी दिखाई है, उतनी ही देरी वो अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने में लगा रहे हैं।

दरअसल, पिछले 60 दिनों के भीतर अखिलेश यादव अपने 9 उम्मीदवार बदल चुके हैं। जी हाँ समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर, बागपत, बदायूं, मिश्रिख, नोएडा, संभल और खजुराहो से प्रत्याशियों के नाम 3-3 बार बदलें हैं। वहीं सपा ने न अबतक अपना चुनावी सॉन्ग तैयार किया है ओर न ही कैंपेन की शुरआत की है। इन अभी बातों के सामने अगर एक बात बड़ी नज़र आती है तो वो यह है कि अखिलेश यादव ने अभी तक जौनपुर, कन्नौज जैसी सीटों पर से उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं किये हैं। इसके पीछे की वजह को लेकर भी अबतक अखिलेश यादव का कोई भी बयान सामने नहीं आया है। अखिलेश यादव इस बार कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

Share the Post:

Related Posts

कांग्रेस और TMC के सुलझे रिश्ते, अब उपचुनाव में ममता बनर्जी करेगी कांग्रेस का समर्थन

कांग्रेस और TMC के बीच खत्म हो चूका है विवाद और अब दोनों पार्टी करेगी एक दूसरे को समर्थन।जी हाँ, आपने सही सुना दरअसल हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि सूत्रों के हवालों से ये खबर सामने आ रही है कि TMC मुखिया ममता बनर्जी अब कांग्रेस के लिए वायनाड में चुनाव प्रचार करेगी।

Read More

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मुख्या भूमिका निभाने वाले पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित का हुआ निधन

राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने वाली पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित का आज निधन हो गया हैं। पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित ने 86 की उम्र में वाराणसी से अपनी अंतिम सांस ली और अब उनकी आखिरी यात्रा उनके निवास स्थान मंगलगौरी से निकलेगी

Read More