आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका हुई दायर। बता दें कि भगवान और पूजा स्थल के नाम पर वोट मांगने से पीएम मोदी के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई हैं। यह याचिका वकील आनंद एस. जोंधाले ने दायर की है। इसमें उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ करवाई करने की मांग की हैं। याचिका में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी 9 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में अपने भाषण के दौरान हिन्दू और सिख गुरुओं के नाम पर बीजेपी के लिए वोट मांगे और साथ ही भाषण में पीएम मोदी ने विपक्ष के मुसलमानों को जोड़कर भी बोला। याचिका में मांग की गई है कि पीएम मोदी को चुनावों के लिए अयोग्य घोषित किया जाए।
ऐसे भाषणों पर रोक लगनी चाहिए
याचिका में ये भी कहा गया है कि पीएम मोदी का भाषण लोकसभा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में बाधा पैदा कर सकता हैं इसलिए निर्वाचन आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और प्रधानमंत्री के खिलाफ करवाई करनी चाहिए। पीएम देशभर में हवाई यात्रा कर ऐसे भाषण दे रहे हैं, जिससे एक समुदाय के खिलाफ घृणा का मौहाल पैदा हो सकता हैं। देशभर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए ऐसे भाषण पर रोक लगानी चाहिए।
बीजेपी ने जारी किया मैनिफेस्टो
भाजपा पार्टी ने रविवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान घोषणा-पत्र समिति के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। इस संकल्प पत्र के केंद्र में गरीब, किसान, महिला और युवा वर्ग को रखा गया है, जिसे पीएम मोदी अपने चुनाव अभियान में चार जातियां बताते आए हैं। भाजपा का ये संकल्प पत्र 76 पन्नो का है, जिसमे कई वादे किए गए है, जिसमे 10 मुख्य वादे है
- 70 साल से ऊपर के बुजुर्गो को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज़
- गरीबों के लिए मुफ्त राशन योजना 2029 तक चलाई जाएगी
- गरीबों को 3 करोड़ घर दिए जाएंगे
- मुद्रा योजना के तहत लोन की सीमा 20 लाख रुपए की जाएगी
- CAA के तहत लोगो को नागरिकता दी जाएगी
- UCC देशभर में लागू करेंगे
- वन नेशन, वन इलेक्शन लागू करेंगे
- पेपर लीक नियंत्रण के लिए कानून लागू करेंगे
- फसलों की MSP में वृद्धि और किसान सम्मान निधि योजना जारी रखेंगे
- बुलेट ट्रैन का विस्तार पश्चिम ( महाराष्ट्र – गुजरात ) के अलावा पूरब, उत्तर और दक्षिण भारत में भी किया जाएगा