लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में अब 24 घंटे से भी अब कम का समय बचा है इसी बीच सभी पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हैं। लेकिन बीते शनिवार को मैनपुरी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा किए गए रोड के शो के दौरान महाराणा प्रताप की मूर्ति को लेकर हुए बवाल पर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद और चर्चा राम गोपाल यादव ने भाजपा पर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी को ये लगे कि वो डीएम और एसएसपी के दम पर चुनाव लड़ेंगे तो इसका मतलब उनकी पार्टी का पतन होना शुरू हो गया हैं।
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि “अब भाजपा की सत्ता की विदाई का समय आ गया हैं जब किसी राजनीतिक दल के नेताओं और कार्येकर्ता को ये गलत फहमी हो जाए कि उन्हें चुनाव डीएम और एसएसपी जीता देंगे तो समझ लेना कि उस दल का पतन प्रारंभ हो गया हैं। यहीं हाल बीजेपी का है। उनका सत्ता से विदाई का समय आ गया है। अधिकारी बहुत समझदार होते है वह समय की नब्ज़ को पहचान लेते हैं।”
क्या है महाराणा प्रताप की मूर्ति का विवाद ?
बता दें कि शनिवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव के समर्थन के लिए मैनपुरी में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनका आरोप है कि रैली के दौरान सपा के कई कार्यकर्ता करहल चौराहे पर लगी महाराणा प्रताप की मूर्ति पर चढ़ गए और मूर्ति पर सपा का झंडा लगाने की कोशिश की। इस दौरान काफी हंगामा भी हुआ। इस मुद्दे को लेकर भाजपा नेताओं और क्षत्रिय समाज की तीखी प्रतक्रिया देखने को मिली और उन्होंने हंगामा कर दिया। भाजपा ने इस देश के नायकों को अपमान बताया हैं। सीएम योगी ने भी इस घटना का संज्ञान लेते हुए सपा पर पलटवार किया। इस मामले में कोतवाली थाने में सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं। जिसे बाद सपा और भाजपा एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं। इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जमकर नारेबाजी की और हंगामा किया।